
हल्द्वानी, समाचार। अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला कमेटी के प्रतिनिमंडल ने प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) तराई पूर्वी डिवीजन से मुलाकात की। आरोप था कि वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ग्रामीणों को डरा रहे हैं।
सदस्यों ने कहा कि, बागजाला गांव में एक ग्रामीण के घर पर बनी नाली पर बच्चों और मवेशियों का पांव फसने का खतरा बना हुआ था जिससे उन्होंने नाली के उपर सीमेंट से स्लैब बनाकर कर उसका निराकरण किया। इसी पर बीते 7 जुलाई 2025 को वन विभाग के कर्मचारियों ने उनसे नाली के ऊपर बने रास्ते को स्वयं तोड़ देने को कहा।
इससे ग्रामीणों में डर के माहौल के साथ काफी रोष व्याप्त है। वन विभाग के कर्मचारी 10 जुलाई को पुनः आकर धमकी दे गए हैं जिस कारण गांव के लोग आशंकित और खौफजदा हैं। डीएफओ को दिए ज्ञापन में किसान महासभा बागजाला ने कहा कि, हम लोग बागजाला गांव की समस्याओं को हल करने की मांग को लेकर आपसे आपके कार्यालय में मिले थे। उस समय आपने क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत का आश्वासन दिया था, वह तो आज तक नहीं हुआ लेकिन वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी जिस तरह जनता को धमकाने का आचरण कर रहे हैं वह समझ से परे है। किसान महासभा बागजाला द्वारा मांग की गई कि इस मनमानी पर रोक लगाई जानी चाहिए। इस दौरान उपाध्यक्ष विमला देवी, सचिव वेद प्रकाश, कोषाध्यक्ष मीना भट्ट, प्रचार सचिव पंकज चौहान, भाकपा माले नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय, चन्दन सिंह मटियाली, प्रेम सिंह नयाल, शमीम बानो आदि थे।


