
- नाले के आउटफॉल का कार्य पूरा होने से दशकों की समस्या हुई दूर
-हर साल क्षेत्र के कई गांव होते थे प्रभावित, घरों में पानी घुसने से होता था नुकसान
हल्द्वानी: हर साल बरसात में अपना रौद्र रूप दिखाने वाले रकसिया नाले से अब शहरवासियों को राहत मिलने वाली है। लंबे समय से प्रभावित हो रहे क्षेत्रों में जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए शहरी विकास विभाग के तहत यूयूएसडीए की ओर से प्रेमपुर लोशज्ञानी चौराहे से टैगोर पब्लिक स्कूल तक 1.5 किमी लंबा भूमिगत आउटफॉल नाला तैयार कर दिया गया है। अगले 10 दिनों के भीतर इसे पूरी तरह चालू कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नाले के पानी से प्रभावित क्षेत्र के परिवारों को नुकसान होता है। पिछले साल भी नाले ने अपना मंजर दिखाया था। इस समस्या से निपटने के लिए यूयूएसडीए की ओर से भूमिगत रकसिया नाले के आउटफॉल का निर्माण पूरा कर लिया गया है। नाले का निर्माण होने से इस बरसात में हल्दूपोखरा नायक, हिन्ममतपुर बैजनाथ, गुसाईंपुर, पांडे-नवाड़, पूरनपुर, आनंदपुर और प्रेमपुर लोशज्ञानी गांव में जलभराव की समस्या से निजात मिल जाएगी। इस भूमिगत नाले की लंबाई 1.5 किमी है जिसका आकार 4×3 मीटर है। इसके ऊपर सड़क भी बनाई जाएगी जिससे चौड़ीकरण के बाद क्षेत्र की यातायात व्यवस्था भी दुरूस्त हो जाएगी। अब अगले 10 दिनों के भीतर इसे पूरी तरह चालू कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री घोषणा के तहत शहर को मिले 2250 करोड़ के बजट के तहत रकसिया नाले का कार्य 30 करोड़ की लागत से पूरा किया जा रहा है। वर्तमान में आउटफॉल का कार्य पूरा होने के बाद शेष कार्य को भी 10 दिनों के भीतर पूरा करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है।
इसे रकसिया नाले वाली खबर के इन्सेट से रिप्लेस कर दें-
नगर आयुक्त ने सभी प्रमुख नालों का किया निरीक्षण-
नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने बुधवार को शहर के सभी प्रमुख नालों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मंगलवार रात से लगातार हो रही बारिश के बाद नालों की स्थिति का जायजा लिया। वह सबसे पहले रकसिया नाले पहुंची, जहां चैनलाइजेशन कर पानी के बहाव को डायवर्ट किया गया। इस दौरान उनके साथ यूयूएसडीए के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कुलदीप सिंह भी मौजूद रहे। साथ ही उन्होंने कलसिया और देवखड़ी नाले का भी निरीक्षण किया। इसके बाद वह प्रेमपुर लोश्ज्ञानी और लालडांठ पहुंची। नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने बताया कि इस बार चैनलाइजेशन करने से नाले का पानी ओवरफ्लो नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि तीनपानी में भी हर साल पानी ओवरफ्लो होता था, लेकिन इस बार स्थिति सामान्य है।


