
हल्द्वानी। राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन टीबी एवं चेस्ट क्लीनिक में ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। अभी प्लांट नहीं होने की वजह से यहां मरीजों को भर्ती नहीं किया जाता है हालांकि ओपीडी में प्रतिदिन 90 मरीजों को देखा जाता है।
टीबी एवं चेस्ट क्लीनिक में कुमाऊं के अलावा उत्तर प्रदेश के मरीज भी आते हैं। छाती और टीबी रोगियों का यहां सरकारी दरों पर उपचार होता है जो काफी सस्ता होता है। पहले इस विभाग में 30 बेड थे। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 60 बेड का अस्पताल बनाया गया। समस्या यह रही कि नया भवन तो बना दिया गया लेकिन ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था नहीं की गई थी। इस वजह से मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि टीबी और छाती रोगों के गंभीर मरीजों के उपचार में ऑक्सीजन की अहम भूमिका होती है। मरीजों की समस्या को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। देहरादून से तकनीशियनों की टीम ने आकर दौरा कर लिया है। अब यहां ऑक्सीजन प्लांट बनना शुरू हो जाएगा और उम्मीद है कि कुछ माह बाद ऑक्सीजन प्लांट से अस्पताल के बेडों पर ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। जिसके बाद टीबी और छाती रोगों के गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाना शुरू हो जाएगा। टीबी एवं छाती रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. आरजी नौटियाल ने कहा कि हम शीघ्र प्लांट लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। जिससे मरीजों को लाभ मिल सके।
सोमवार को मरीजों की भीड़ लगने का अनुमान
हल्द्वानी। शनिवार को एसटीएच में आधे दिन ही ओपीडी खुली और रविवार को अवकाश की वजह से ओपीडी बंद रही। अब सोमवार को ओपीडी खुलेगी। ऐसे में अनुमान है कि सोमवार को ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार लग सकती है। प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी के अनुसार इन दिनों मौसमी बीमारी जैसे बुखार, डायरिया आदि के ज्यादा मरीज आ रहे हैं।


