
-राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस पर एमबीपीजी कॉलेज में गणित विभाग के तत्वावधान में कार्यशाला
हल्द्वानी: राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर एमबीपीजी कॉलेज में गणित विभाग के तत्वावधान में रविवार को एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. एनएस बनकोटी ने आंकड़ों का सार्वजनिक जीवन में उपयोग और महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025-26 में भारत में जनगणना होने जा रही है, जो कि पूरी दुनिया में आंकड़ों का सबसे बड़ा संग्रहण होगा। कहा कि सभी विद्यार्थियों को इस जनगणना को गौर से देखना, समझना और प्रतिभाग करना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय में सांख्यिकी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. गिरीश चंद्र ने प्रो. पीसी महालनोविस के जीवन और उनके भारत में योगदान पर प्रकाश डाला। प्रो. महालनोविस ने सेंट जेवियर कॉलेज कोलकाता से भौतिक विज्ञान में बीएससी ऑनर्स और एमएससी गणित कैंब्रिज विश्वविद्यालय से किया था। उन्हें भारत में सांख्यिकी के जन्मदाता के तौर पर जाना जाता है । उन्होंने भारत में द्वितीय पंचवर्षीय योजना का ड्राफ्ट बनाया था, जिसमें औद्योगिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया। भारतीय संख्यिकी संस्थान कोलकाता की स्थापना भी उनके प्रयासों से हुई। नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन भी उन्हीं के प्रयासों से बना, जो कि देश में बड़े स्तर पर सामाजिक- आर्थिक मुद्दों पर आंकड़ों का सर्वे करता है। कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉ. नरेंद्र सिजवाली ने सांख्यिकी के क्षेत्र में बहुत सारे विकल्प विद्यार्थियों को बताए। कार्यक्रम में उपस्थित प्रो. प्रेम प्रकाश ने जीव विज्ञान के क्षेत्र में आंकड़ों के महत्व के बारे में बताया। देवीधुरा डिग्री कॉलेज, चंपावत में गणित के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सचदेव ने बच्चों को बताया कि डाटा साइंस आज सबसे अधिक लोकप्रिय विषय है। विद्यार्थियों को सांख्यिकी एवं गणित की मदद से इस क्षेत्र में अपने कॅरियर के बारे में सोचना चाहिए। कार्यक्रम में 65 विद्यार्थी उपस्थित रहे ।
इस दौरान प्रो. चंद्र सिंह नेगी, डॉ. रोहित कांडपाल, डॉ. अमिताभ प्रकाश, इंदर सिंह, तनूजा आदि उपस्थित रहे।


