
वार्ड 27 के पार्षद ने बिना स्वीकृति के सफाई कर्मचारी को काम पर रखा हल्द्वानी। नगर निगम में एक अजब-गजब मामला सामने आया है। जहां एक सफाई कर्मचारी ने बिना नियुक्ति के करीब 6 माह तक कार्य किया। हैरानी की बात है कि नगर निगम के सफाई कार्मिकों का सुपरवाइजर भी इस दौरान लगातार 6 माह तक उसकी उपस्थिति चढ़ाता रहा। इन दिनों उक्त व्यक्ति वेतन के भुगतान को लेकर मेयर और नगर आयुक्त के चक्कर काट रहा है। व्यक्ति ने मंगलवार को मेयर गजराज बिष्ट से इस संबंध में मुलाकात की। जिस पर मेयर ने मुख्य सफाई निरीक्षक को इस संबंध में जांच के आदेश दिए।
बताया जा रहा है कि वार्ड 27 के पार्षद ने एक व्यक्ति को नियुक्ति का आश्वासन दिया, जिस पर वह व्यक्ति सफाई कर्मचारी के पद पर काम करता रहा। यह मामला करीब दो साल पुराना बताया जा रहा है। नए मेयर के कुर्सी पर बैठने के बाद यह व्यक्ति वेतन के भुगतान की मांग कर रहा है। मुख्य सफाई निरीक्षक अमोल असवाल ने बताया कि किसी भी सफाई कर्मचारी की नियुक्ति के लिए मुख्य सफाई निरीक्षक की संस्तुति लेना जरूरी है। लेकिन इस मामले में संस्तुति लिये बिना
ही व्यक्ति ने काम करना शुरू कर दिया।






