
रुद्रपुर: मैं बहुत मजबूर हूं, मुझे और मेरी बेटी को न्याय दिलाओ। इसी स्लोगन के साथ एक बेबस महिला ने अपनी मासूम बेटी के साथ गांधी पार्क में धरना दिया और न्याय दिलाने का मुद्दा उठाया। बताया कि उसका पति पुलिस विभाग में सिपाही है और शादी करने के बाद छोड़ दिया। सूचना मिलते ही एसएसआई ने महिला को कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत करवाया। बिंदुखेड़ा की रहने वाली ममता मंडल अपनी मासूम बच्ची के साथ गुरुवार की सुबह गांधी पार्क पहुंची और महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरना शुरू कर दिया। उसकी तख्ती पर लिखा था कि मैं बहुत मजबूर हूं आत्महत्या करने के लिए। मुझे व मेरी बेटी को न्याय दिलाओ।
पूछने पर महिला ने बताया कि उसका पति पुलिस में सिपाही है। वर्ष 2019 में सिपाही ने मित्रता के बाद उससे शादी कर ली थी। नवंबर 2020 को उसने बच्ची को जन्म भी दिया और ड्यूटी का बहाना बनाकर छोड़कर चला गया। जून 2021 में सिपाही पति ने फोन पर धमकाया कि यदि जबरन साथ रहने का दबाव बनाया तो बेटी सहित जेल भेज दूंगा। साथ ही दरोगा ने भी झूठे मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी। आरोप था कि पति ने बेसहारा छोड़ दिया। अब वह दर-दर की ठोकरें खाने को बेबस है। पीड़िता ने डीएनए की जांच करते हुए पति का अधिकार सहित भरण पोषण करने की गुहार लगाई। जिस पर एसएसआई नवीन बुधानी ने मौके पर आकर महिला को समझाया और आश्वासन दिया कि पुलिस जल्द ही जांच कर इंसाफ दिलाने का प्रयास करेगी। जिसके बाद ही महिला ने धरना समाप्त किया।


