
उधमसिंह नगर।
उत्तराखंड का औद्योगिक जिला उधमसिंह नगर टैक्स चोरी का गढ़ बन चुका है। यहां से होकर रोज़ाना करोड़ों रुपये का सामान बिना टैक्स चुकाए विभिन्न जिलों और राज्यों में भेजा जा रहा है। इससे प्रदेश सरकार को भारी राजस्व नुकसान उठाना पड़ रहा है, जबकि जिले में तैनात डिप्टी कमिश्नर इशाक खान और विशेष जांच शाखा (SIB) की मौजूदगी में यह खेल खुलेआम जारी है।
डिप्टी कमिश्नर इशाक खान लंबे समय तक मोबाइल यूनिट और एसआईबी में सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने अपने करियर का अधिकांश समय नैनीताल और उधमसिंह नगर में ही बिताया है और टैक्स चोरी करने वाले कारोबारियों और उनके नेटवर्क से भली-भांति परिचित हैं। इसके बावजूद जिले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है।
हैरानी की बात यह है कि राज्य कर विभाग के कुमाऊं मंडल के एडीशनल कमिश्नर राकेश वर्मा का कार्यालय भी रुद्रपुर में ही है। इसके बावजूद विभागीय कार्रवाई नाम मात्र की हो रही है, जिससे पूरे सिस्टम की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।
विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि टैक्स चोरी में शामिल कई कारोबारियों के करीबी रिश्तेदार राज्य कर विभाग में ही उच्च पदों पर तैनात हैं। ऐसे में डिप्टी कमिश्नर इशाक खान के हाथ बंधे हुए नज़र आते हैं और कारोबारी बेखौफ होकर टैक्स चोरी का खेल जारी रखे हुए हैं।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रदेश सरकार और विभाग इस टैक्स चोरी के जाल पर सख्त कदम उठाएंगे या फिर उधमसिंह नगर यूं ही टैक्स चोरी का अड्डा बना रहेगा?


