
हल्द्वानी: नैनीताल जिले में कई सड़कों पर यातायात व्यवस्था ठप चल रही है। मलबा आने की वजह से अभी दो दर्जन से ज्यादा सड़कें बंद हैं। इन सड़कों को खोलने का प्रयास चल रहा है लेकिन अभी भी पर्वतीय क्षेत्रों में रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से हालात मुश्किलों से भरे हुए हैं। हल्द्वानी-नैनीताल रोड पर डोलमार के पास सड़क पर मलबा आ गया। जिस वजह से राजमार्ग बंद हो गया। एडीएम विवेक राय ने मौके पर रहकर जेसीबी से मलबा हटवाया और रोड पर यातायात सुचारू कर दिया। पिछले तीन दिन में बार-बार नैनीताल रोड पर यातायात को बंद करना पड़ा है। इसके अलावा चार अन्य राज्य मार्ग सुयालबाड़ी से उड़ाखान, गर्जिया से बेतालघाट होते हुए खैरना मार्ग और हल्द्वानी-चोरगलिया मार्ग बंद हैं। गर्जिया से ओडाखान राज्य मार्ग पर किमी 19 में मलबा आया हुआ है। हल्द्वानी-चोरगलिया मार्ग पर शेरनाला का उफान अभी कम नहीं हुआ है। उम्मीद है यह मार्ग शीघ्र शुरू हो जाएगा। बुधवार को पूरे नैनीताल जिले में कुल 29 मार्ग बंद हुए थे, जिनमें से कुछ मार्गों को खोल दिया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में मार्ग बंद होने की वजह से हल्द्वानी और अन्य मैदानी शहरों से की जाने वाली सब्जियों व अन्य जरूरी सामान की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इस वजह से महंगाई बढ़ रही है। खासतौर से पहाड़ों में सब्जियों के दाम काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। प्रशासन का अभी भी कहना है कि बहुत ही जरूरी होने पर पहाड़ों की यात्रा करें। अगर संभव हो तो हालात सामान्य होने का इंतजार करें।
जिले में 13 ग्रामीण मार्ग अभी भी बंद हैं। जिनमें सबसे ज्यादा धारी और नैनीताल ब्लॉक के मार्ग हैं। जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार छिड़ाखान-अमजड़, ढोलीगांव-कैड़ा, मोरनोल-थली, पदमपुरी-सुवाकोट, अल्मोड़ा-सिरसा, वलना-बलना, हरीशताल मार्ग, खनस्य-टांडा, पतलोट-पश्यागांव, नाई-भुमका, टकुरा-थराड़ी, वालिक-सुनकोट और तल्लीदीनी-मल्लीदीनी मार्ग बंद चल रहे हैं। इनके अलावा लोहाली-थुवाब्लॉक, रातीघाट-बुधलाकोट, अमृतपुर-बबियाड़, भौर्सा-पिनरो, हैड़ाखान धाम मार्ग, फतेहपुर बेल मार्ग भी बंद हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत हरीशताल मार्ग पर है इस मार्ग पर छह जगह मलबा आया है। इनके अलावा और भी कुछ मार्ग बंद हैं।


