
हल्द्वानी: हल्द्वानी डिपो के परिचालक सीएन विश्वास के साथ साइबर ठगी हुई है। एक व्यक्ति ने भारतीय सेना का कैप्टन बनकर उन्हें फोन किया और बस बुकिंग के नाम पर उनसे 22 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ित ने मामले की जानकारी साइबर सेल को दी है। घटना के अनुसार हल्द्वानी डिपो की स्टेशन इंचार्ज विद्या देवी को बीते शनिवार शाम को एक फोन आया, जिसमें सामने से एक व्यक्ति ने स्वयं को भारतीय सेना का कैप्टन बताकर कहा कि उन्हें रविवार सुबह अपने जवानों को देहरादून भेजने के लिए एक बस बुक करानी है। उक्त व्यक्ति ने किराये की जानकारी लेकर चालक-परिचालक का मोबाइल नंबर लिया। परिचालक सीएन विश्वास ने बताया कि शनिवार शाम को उनके पास उक्त व्यक्ति का फोन आया। जिसमें उसने बताया कि डिपो की इंचार्ज की ओर से नंबर उपलब्ध कराया गया है और सेना के जवानों को बस से देहरादून जाना है।
जिस पर व्यक्ति ने परिचालक को आर्मी कैंट केंद्रीय विद्यालय की लोकेशन भेजकर सुबह 6:30 बजे पहुंचने के लिए कहा। परिचालक रविवार सुबह जब तिकोनिया के पास पहुंचा तो फोन पर संपर्क करने पर उक्त व्यक्ति ने भेजी गई लोकेशन पर आने के लिए मना किया और तिकोनिया चौराहे पर बस रोकने और जवानों के वहीं पर पहुंचने को कहा। इसके पांच मिनट बाद व्यक्ति का दोबारा कॉल आया और बोला कि जवानों के पहुंचने में अभी समय लगेगा, तब तक किराये का लेनदेन कर लेते हैं। व्यक्ति भारतीय सेना के नियम गिनाते हुए कहने लगा कि किसी भी लेनदेन के लिए पहले 1 रुपये उनके व्यक्तिगत खाते में डालने होंगे। जिसके बाद वह दोगुने यानी 2 रुपये भेजेंगे। ठगी करने वाले व्यक्ति ने परिचालक से व्यक्तिगत बारकोड मांगा और अपना बारकोड परिचालक को भेजा। साथ ही परिचालक को तय किराया भेजने को कहा। रुपये ट्रांसफर करते ही परिचालक को आभास हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हो चुकी है और उसने तत्काल डिपो इंचार्ज को अवगत कराया।


