
हल्द्वानी। पिछले 20 दिनों से पहेली बने योगा ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकांड के राज से पर्दा उठ चुका है। ज्योति जिस योगा सेंटर में काम करती थी, उसके मालिक अजय रघुवंशी से ज्योति से अवैध संबंध थे। ये राज अजय के छोटे भाई अभय के सामने खुल चुका था। जिसके बाद से दोनों भाइयों में दूरियां बढ़ गईं, इतनी कि अजय ने अभय को न सिर्फ घर से निकाल दिया, बल्कि व्यापार भी उसके हाथ से निकलने लगा था। अभय ने इन सबका जिम्मेदार ज्योति को मान लिया था और इसी वजह से उसने ज्योति को पहले तो बेरहमी से पीटा और फिर उसी की चुनरी से गला घोंट कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
मुखानी थानाक्षेत्र के जेके पुरम में किराए पर रहने वाली 35 वर्षीय ज्योति मेर की लाश उसी के कमरे में 31 जुलाई को मिली थी। बुधवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया, 3 अगस्त को मुखानी थाने में दर्ज तहरीर में दीपा मेर निवासी हल्दूचौड़, तुलारामपुर, लालकुआं ने बताया कि उनकी बेटी ज्योति मेर पत्नी कमल सबलानी, मूल निवासी जोधपुर, राजस्थान, जेके पुरम घर की तीसरी मंजिल पर रहती थी और पास ही स्थित अजय योगा एंड फिटनेस सेंटर में योगा ट्रेनर थी। दीपा ने सेंटर मालिक अजय यदुवंशी और उसके छोटे भाई अभय यदुवंशी उर्फ राजा पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।
घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और इसकी स्कैनिंग के दौरान एक संदिग्ध युवक कैमरे में ज्योति के कमरे की दिशा से निकलता दिखाई दिया। हाव-भाव और स्थानीय इनपुट से उसकी पहचान अभय कुमार उर्फ राजा निवासी गोल चौक, वाल्मीकि नगर, पश्चिमी चंपारण बिहार के तौर पर हुई, जो वर्तमान में योगा सेंटर के परिसर में रहता था। इधर, मामले के तूल पकड़ने से पहले अभय फरार हो गया। लंबे समय तक वह नेपाल में ही छिपा रहा और इधर, लगातार पुलिस उसकी तलाश में दबिशें देती रही। 19 अगस्त को उसे नगला तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपी अभय ने बताया कि चन्दन डायग्नोसिस के टॉप फ्लोर पर उसके बड़े भाई का अजय फिटनेस योगा सेन्टर नाम से एकेडमी है। जिसे दोनों भाई चलाते थे। योगा सेन्टर में मैनेजमेंट के सारे काम अभय देखता था। सेन्टर में ज्योति मेर भी काम करती थी। इसी दौरान ज्योति और अजय की बीच अवैध सम्बन्ध के चलते अजय ने अपने भाई अभय को खर्चा देना बंद कर दिया और उसको अपने घर से निकाल दिया। आक्रोश में आकर अभय ने ज्योति के कमरे में उसके दुपट्टे से पीछे से जाकर गला दबाकर हत्या कर दी और हत्या करने के बाद टैक्सी से बनबसा पहुंचा और वहां से नेपाल चला गया। पुलिस ने आरोपी से वह चुनरी भी बरामद की है, जिससे गला घोंटा गया। एसएसपी ने पुलिस टीम को ढाई हजार रुपए इनाम की घोषणा की है। बताया जाता है कि ज्योति को मौत के घाट उतारने का प्लान अभय पहले ही बना चुका था। हत्या के दिन उसने अपने चेहरे और सिर को ढक लिया था, ताकि अगर सीसीटीपी में नजर भी आए तो उसकी पहचान न हो सके। हालांकि अपनी चाल-ढाल को वह बदलना भूल गया और पुलिस की नजर में आ गया। पुलिस ने उसका फोटो बिहार तक के थानों तक पहुंचा दी थी। अभय जानता था कि पुलिस उसके पीछे और चकना देने के लिए उसने अपना सिर मुंडवा लिया था, लेकिन पुलिस को गच्चा नहीं दे पाया और पकड़ा गया। हत्याकांड के तुरंत बाद से ही ज्योति का परिवार यह मान चुका था कि हत्या दोनों भाइयों ने मिलकर की है और तभी से ये कयास लगाए जाने लगे थे कि इस वारदात के पीछे अवैध संबंध है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं थी। वहीं परिजनों का भी कहना था कि ज्योति, अजय और अभय को अपना भाई मानती थी। हालांकि जब अभय ने ज्योति और अजय को गलत स्थिति में देखा तो वह भी दंग रह गया। इसी के बाद से अजय और अभय के बीच दूरियां बढ़ने लगीं। अजय ने अभय को घर से निकाल दिया और उसे पीजी में रहना पड़ा। इस पूरे मामले में एक और बात सामने आई है।
बताया जाता है कि जब अभय को अजय और ज्योति के रिश्ते का पता लगा तो उसने यह बात अपनी भाभी यानी अजय की पत्नी को बता दी। यहीं से न सिर्फ अजय और अभय के रिश्तों में दरार आई बल्कि अजय और उसकी पत्नी के रिश्तों में भी खटास आने लगी। ज्योति के परिजनों का कहना था ज्योति जल्द ही नौकरी छोड़ने वाली थी क्योंकि राजस्थान में रहने वाली उसकी सास की तबीयत काफी खराब है। हालांकि नौकरी छोड़ने के पीछे अवैध संबंध को भी वजह माना जा रहा है। गुस्से में अभय हैवान बन चुका था और उसकी हैवानियत ज्योति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बयां की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ज्योति के सिर के बाएं हिस्से पर गहरा घाव, दाहिने हाथ की कोहनी के पास घाव, पैरों के निचले हिस्से पर घाव और पीठ के ऊपरी हिस्से पर त्वचा फटी हुई थी। जबकि अंदरूनी चोटों की बात करें तो ज्योति की खोपड़ी में फ्रैक्चर था, मस्तिष्क में खून भर चुका था, पसलियों में चोट व अंदर खून जमा था और पेट के अंदर के अंगों (जैसे लीवर) में चोट और रक्तस्राव हुआ था। अभय ने हद पार कर दी थी।


