
हल्द्वानी, एमबीपीजी कॉलेज में मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत ओएमआर शीट की स्कैनिंग के लिए कुमाऊं विवि की स्क्रीनिंग टीम बुधवार को पहुंच चुकी है। टीम ने कॉलेज में पहले दिन बड़ी संख्या में विषयवार ओएमआर शीटों की स्कैनिंग की। विवि ने ओएमआर शीट के स्कैनिंग के लिए निजी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिया है। जिसके तहत सभी विषयों की शीट स्कैन की जा रही है। उल्लेखनीय है कि परीक्षकों की ओर से मूल्यांकन के बाद विषयवार कॉपियों में चढ़ाए गए अंकों को कॉलेज की टर्बुलेटर टीम ओएमआर शीट में चढ़ाती है। इसके बाद ओएमआर शीट को स्कैनर मशीन की सहायता से स्कैन किया जाता है। स्कैन ऑल प्रो सॉफ्टवेयर की मदद से सभी शीटों का डाटा सुरक्षित रखा जाता है। एमबीपीजी कॉलेज के प्राचार्य एनएस बनकोटी ने बताया कि स्कैनिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस डाटा को कुमाऊं विश्वविद्यालय को सौंपा जाएगा। जिसके बाद विवि की ओर से परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा।हल्द्वानी, एमबीपीजी कॉलेज में मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत ओएमआर शीट की स्कैनिंग के लिए कुमाऊं विवि की स्क्रीनिंग टीम बुधवार को पहुंच चुकी है। टीम ने कॉलेज में पहले दिन बड़ी संख्या में विषयवार ओएमआर शीटों की स्कैनिंग की। विवि ने ओएमआर शीट के स्कैनिंग के लिए निजी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिया है। जिसके तहत सभी विषयों की शीट स्कैन की जा रही है। उल्लेखनीय है कि परीक्षकों की ओर से मूल्यांकन के बाद विषयवार कॉपियों में चढ़ाए गए अंकों को कॉलेज की टर्बुलेटर टीम ओएमआर शीट में चढ़ाती है। इसके बाद ओएमआर शीट को स्कैनर मशीन की सहायता से स्कैन किया जाता है। स्कैन ऑल प्रो सॉफ्टवेयर की मदद से सभी शीटों का डाटा सुरक्षित रखा जाता है। एमबीपीजी कॉलेज के प्राचार्य एनएस बनकोटी ने बताया कि स्कैनिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस डाटा को कुमाऊं विश्वविद्यालय को सौंपा जाएगा। जिसके बाद विवि की ओर से परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा।


