
हल्द्वानी : शुरू होने से पहले ही विवादों में घिरी नुमाइश भारी विरोध के चलते भी शुरू हो गई। सुरक्षा मानकों की धज्जियां उड़ाकर चल रही नुमाइश में भारी भीड़ पहुंच रही है। शिकायत के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मंगलवार को पार्षद रवि जोशी कोतवाली में धरने पर बैठ गए। करीब डेढ़ घंटे तक वह अकेले ही जमीन पर बैठे विरोध करते रहे। अंत में सीओ पहुंचे और उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है। पार्षद रवि जोशी ने आरोप लगाया कि नुमाइश स्थल की क्षमता केवल तीन हजार लोगों की है, लेकिन कमाई के लिए नुमाइश वाले दो गुनी भीड़ को नुमाइश में भेज रहे हैं। नुमाइश के संचालकों ने न तो झूलों की फिटनेस कराई और ही सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। नुमाइश में पार्किंग के नाम पर शुल्क वसूला जा रहा है, जो नियमत: गलत है। ऐसे में लोग अपने वाहनों को सड़कों पर पार्क कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस पर भी आरोप लगाया और कहाकि पुलिस ने बगैर पुलिस शुल्क जमा कराए वहां पुलिस बल तैनात कर दिया है। उन्होंने दमकल को भी आड़े हाथों लिया। कहा, भारी भीड़ के बीच यदि नुमाइश में आगजनी जैसे घटना होती है, वहां दमकल के दाखिल होने तक की जगह नहीं है। नुमाइस की अनुमति देने से पहले पुलिस और प्रशासन ने नुमाइश स्थल का मुआयना तक नहीं किया। झूलों में यहां करंट दौड़ रहा है। भीड़ नियंत्रण के उपाय नहीं है। नुमाइश में आने और जाने के लिए सिर्फ एक ही गेट है। इन सभी बिंदुओं पर पुलिस और प्रशासन को पहले से जानकारी थी। बावजूद इसके नुमाइश लगाने की अनुमति दे दी गई। कोतवाली में आरोपों के बीच भोटियापड़ाव चौकी प्रभारी अनिल कुमार, पार्षद को सीओ के पास ले जाने के लिए पहुंचे, लेकिन पार्षद ने इंकार कर दिया। जिसके बाद सीओ नितिन लोहनी मौके पर पहुंचे। सीओ ने पार्षद से कहाकि पुलिस की ओर से एक विस्तृत रिपोर्ट सोमवार को ही प्रशासन को भेज दी गई है। अब इस पर प्रशासन को फैसला लेना है। जिसके बाद पार्षद ने अपना धरना समाप्त किया। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस की रिपोर्ट मिली है। नुमाइश के लिए एनओसी जारी करने वाले अन्य विभागों से भी रिपोर्ट मांगी गई है, जिसके बाद इस मसले पर फैसला लिया जाएगा।


