
अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद के धौलछीना क्षेत्र से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। एक ही परिवार में चार दिन के भीतर दो जवान बेटियों की असमय मौत ने न सिर्फ परिजनों को तोड़ कर रख दिया है…बल्कि गांव के हर घर को गमगीन कर दिया है।
पहली घटना 17 जून को हुई जब 23 वर्षीय कमला मेहरा को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और वे बाथरूम में गिर गईं। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनका निधन हो गया। कमला की शादी इसी साल नवंबर में होनी थी…जिसकी तैयारियां परिवार में जोरों पर थीं। घर में मेहंदी और गीतों की चर्चा हो रही थी…लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
इस घटना से परिवार अभी उबर भी नहीं पाया था कि 21 जून को कमला की 19 वर्षीय भतीजी दीक्षा मेहरा की भी अचानक मौत हो गई। दीक्षा बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और इन दिनों छुट्टियों में घर आई हुई थी। शुक्रवार को बाजार से लौटने के बाद उसे भी सीने में तेज दर्द हुआ। आनन-फानन में परिवार वाले उसे अस्पताल ले गए..लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुकी थी।
कमला और दीक्षा दोनों पढ़ी-लिखी समझदार और जीवन के उजले सपने देखने वाली बेटियां थीं। कमला होटल व्यवसायी लाल सिंह मेहरा की बेटी थीं…वहीं दीक्षा महेंद्र मेहरा की पुत्री थी। एक ही परिवार की दो जवान बेटियों की इस तरह अचानक मौत से धौलछीना क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है।
लोग हैरान हैं कि आखिर एक ही घर में दो-दो युवा बेटियों की हृदयाघात से मौत कैसे हो गई। क्या यह सिर्फ एक संयोग है या इसके पीछे कोई गहराई है…अब यह सवाल उठने लगे हैं। कोरोना महामारी के बाद से युवाओं में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। हाल ही में नैनीताल में भी एक युवक की रनिंग करते समय हृदय गति रुकने से मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए यह अब एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। कम उम्र में अचानक हृदयाघात…एक ऐसी अनहोनी जो अब असामान्य नहीं रह गई है।


