
हल्द्वानी। नगर निगम के कई वार्डों में सफाई व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। जरूरत से ज्यादा सफाई कर्मी तैनात होने के बावजूद सफाई नहीं हो रही है। कई वार्डों में सफाई नायक की मिलीभगत से आधे से भी कम कर्मचारी काम पर पहुंचते हैं, जबकि बाकी की फर्जी उपस्थिति दर्ज कर दी जाती है। कई सफाई कर्मचारी और सफाई नायक सालों से एक ही वार्ड में जमे हुए हैं। सितंबर में करीब 250 सफाई कर्मियों का तबादला किया गया था, लेकिन कई अब तक नए वार्ड में नहीं पहुंचे। ट्रांसफर आदेश रुकवाने के लिए कई कर्मचारी नगर निगम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। वार्ड 8 में कार्यरत एक महिला सफाई कर्मी ने सफाई नायक के बेटे पर अभद्रता का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि वार्ड में 28 कर्मचारियों में से केवल 10-11 ही रोजाना काम पर आते हैं। लेकिन सफाई नायक का पुत्र जो कि सफाई कर्मचारी के तोर पर कार्यरत है लेकिन सफाई के कार्य से इतर सफाई नायक कार्य करता है जिसकी जानकारी सफाई निरीक्षक के साथ साथ साथ ही वार्ड वासी इसकी पुष्टि करते है वहीं वार्ड 60 के एक कर्मी का मामला भी चर्चा में है, जो 10 दिनों से ड्यूटी पर नहीं पहुंचा। अब देखना होगा कि वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी के संज्ञान में मामला होने पर क्या कार्रवाई होती है। जनता का कहना है कि उन्होंने महापौर और पार्षदों को चुना है ताकि वार्डों में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो। लेकिन वे भी अब निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। यदि नगर निगम जमे हुए निरीक्षकों और नायकों के स्थानांतरण पर अमल नहीं करता, तो सफाई व्यवस्था सुधारना मुुश्किल होगा। इधर, नगर आयुक्त परितोष वर्मा का कहना है कि शीघ्र ही शहर की सफाई व्यवस्था और कर्मचारियों की ड्यूटी को लेकर बैठक की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वह स्वयं वार्डों में जाकर निरीक्षण करेंगे और कार्य नही करने वाले कर्मचारी की सेवा समाप्त की जाएगी।



