
हल्द्वानी। गौलापार के पश्चिम खेड़ा में हुए अमित हत्याकांड में पुलिस चार दिन बाद भी बच्चे का सिर व हाथ बरामद नहीं कर पाई है। वहीं अभी तक मामले का पूरी तरह से खुलासा न होने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा ह। बुधवार को घटना के खुलासे की मांग को लेकर अमित के परिजनों के साथ अन्य लोगों को काठगोदाम में प्रदर्शन किया था। वहीं गुरुवार को एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
बुधवार को हुए प्रदर्शन के दौरान स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठी तक चलानी पड़ी थी। इस वजह से पुलिस की काफी किरकिरी भी हुई है। गुरुवार को चौथे दिन भी पुलिस घटना का खुलासा नहीं कर पाई। सूत्रों के अनुसार मामले में पुलिस ने एक ही परिवार के चार सदस्यों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने आरोपियों के घर के पास एक खेत से प्लास्टिक के कट्टे में दफन बालक का धड़ बरामद किया था, लेकिन सिर और हाथ अब तक गायब हैं। हिरासत में लिए गए आरोपी बार-बार बयान बदल रहे हैं। सिर और हाथ की बरामदगी के लिए गुरुवार को डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीमें भी घटनास्थल पर पहुंचीं लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने कहा, पुलिस की कई टीमें लगातार काम कर रही हैं। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ चल रही है। शव के गायब अंगों की बरामदगी के प्रयास जारी हैं, जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। अमित के पिता खूबकरण का आरोप है कि जिस दिन उनके बेटे की हत्या हुई, उस दिन आरोपी पक्ष के घर में पूजा-पाठ हो रहा थी, जिससे नरबलि की आशंका जताई जा रही है। परिजनों का आरोप है कि यह हत्या किसी तंत्र क्रिया के तहत की गई है। पुलिस इस पहलू को भी जांच के दायरे में रख रही है।
काठगोदाम पुलिस के हाथपांव तब फूल गए जब पूर्व विधायक नारायण पाल अमित के परिजनों के साथ काठगोदाम थाने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि मासूम के परिजनों के साथ पुलिस ने अभद्रता की है और इन लोगों को मारापीटा है। लोगों का कहना है कि आरोपियों को चाय पिलाई जा रही है। पुलिस की नीति पूरी तरह से दोषपूर्ण है। कहा कि मासूम की दादी का कहना है कि उसका सिर और हाथ दिलवा दें, इससे ही समझा जा सकता है कि यह कितनी दुख भरी घटना है। पुलिस को भी इस दर्द को समझते हुए ही काम करना चाहिए। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि शुक्रवार को 10 बजे तक मामले का खुलासा कर देगी, अगर नहीं करेगी तो हम थाने में फिर आएंगे। उन्होंने व्यंग्य कसते हुए कहा कि इस घटना को लेकर काठगोदाम थाना प्रभारी की पदोन्नति होनी चाहिए। साथ ही कहा कि पुलिस इस मामले में अभी तक नाकाम रही है।


